नयी दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक आॅनलाइन ऐप पर मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न किए जाने की सोमवार को ंिनदा की और दावा किया कि यह भारतीय जनता पार्टी द्वारा अल्पसंख्यकों के बार-बार ‘अमानवीकरण’ का नतीजा है. इस आॅनलाइन ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की छेड़छाड़ की गई तस्वीरें कथित तौर पर नीलामी के लिए डाली गई हैं.
उन्होंने आशा जतायी कि इस मामले में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
खड़गे ने ट्वीट किया है, ‘‘मुस्लिम महिलाओं के इस घृणित उत्पीड़न की कड़ी ंिनदा करता हूं. यह भाजपा नेतृत्व द्वारा बार-बार अल्पसंख्यकों के अमानवीकरण का नतीजा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्पीड़न की ऐसी घटनाओं को अतीत में नजरअंदाज क्यों किया गया? मैं आशा करता हूं कि इस बार दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’’
दिल्ली पुलिस ने ट्विटर, गिटहब से जानकारी मांगी
दिल्ली पुलिस ने विवादास्पद मोबाइल ऐप ‘बुली बाई’ बनाने वालों के बारे में गिटहब प्लेटफॉर्म से और ऐप के बारे में सबसे पहले पोस्ट करने वाले शख्स के बारे में ट्विटर से जानकारी मांगी है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ट्विटर से ‘बुली बाई ऐप’ से साझा की गयी किसी भी ‘आपत्तिजनक सामग्री’ को उसके प्लेटफॉर्म से हटाने और उस पर रोक लगाने को भी कहा है. इस ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें ‘नीलामी’ के लिए डाली गयी हैं जिनमें कुछ प्रतिष्ठित नाम भी शामिल हैं.
ऐप बनाने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बढ़ती मांग और आक्रोश उपजने के बाद सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा था कि सरकार दिल्ली और मुंबई में पुलिस के साथ काम कर रही है जहां इस संबंध में मामले दर्ज किये गये हैं. उन्होंने यह भी कहा कि गिटहब ने ऐप को अपलोड करने वाले उपयोगकर्ता को ब्लॉक कर दिया है और साइबर सुरक्षा पर देश की नोडल एजेंसी ‘कम्प्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल’ (सीईआरटी) और पुलिस मिलकर आगे की कार्रवाई पर सलाह-मशविरा कर रहे हैं. राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर ऐप से संबंधित मामले में कार्रवाई तेज करने को कहा था ताकि इस तरह के अपराध फिर नहीं हों.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा, ‘‘मामले में जारी जांच के तहत हमने ट्विटर को पत्र लिखकर उस अकाउंट हैंडल के बारे में जानकारी मांगी है जिसने सबसे पहले ‘बुली बाई’ ऐप के बारे में ट्वीट किया था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह पता लगाने के लिए ऐसा किया जा रहा है कि संबंधित लोग उस ऐप से कैसे जुड़े जिसमें एक समुदाय विशेष की महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी जा रही हैं.’’
पुलिस ने बताया कि उसने ‘बुली बाई’ ऐप बनाने वालों के बारे में जानकारी के लिए भी गिटहब से संपर्क किया है. अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने ट्विटर से उसके प्लेटफॉर्म से ऐसी किसी आपत्तिजनक सामग्री को तत्काल हटाने और ब्लॉक करने को भी कहा है जिसे कथित ऐप के माध्यम से साझा किया गया और जिसका पूरे विवाद से लेनादेना है.’’ दिल्ली पुलिस ने एक वेबसाइट पर एक महिला पत्रकार की तस्वीर कथित रूप से छेड़छाड़ करके अपलोड करने के मामले में शनिवार रात को कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.