नयी दिल्ली. कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ नहीं आई तो सुरक्षा में चूक का बहाना बनाकर इस जनसभा को रद्द किया गया. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि आरोप-प्रत्यारोप करने की बजाय भाजपा और प्रधानमंत्री को अपने ‘किसान विरोधी रुख’ पर आत्ममंथन करना चाहिए और प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को धूमिल नहीं करना चाहिए. साथ ही, उन्होंने दावा किया कि सड़क मार्ग का उपयोग करना प्रधानमंत्री के पहले से तय कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था और खुद मोदी ने सड़क मार्ग से जाने का फैसला अचानक किया.
इससे पहले, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि आगामी विधानसभा चुनाव में हार के डर से उसने प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों को विफल करने के लिए हरसंभव कोशिश की. गौरतलब है कि विरोध प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री पंजाब में 15 से 20 मिनट तक एक फ्लाइओवर पर फंसे रहे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक माना है और राज्य सरकार से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है.
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा पंजाब और अन्य राज्यों में हार तय देखकर ऐसे हथकंडे अपना रही है जो प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देता. आज पंजाब में कुर्सियां खाली थीं, लोग नहीं पहुंचे थे. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा को लेकर किसानों और आम लोगों में विरोध है. ऐसे में भाजपा की ओर से ऊल-जलूल बातें की जा रही हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को बंिठडा से फिरोजपुर तक हेलीकॉप्टर से जाना था. उनका सड़क मार्ग से जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था. जब प्रधानमंत्री को पता चला कि भीड़ नहीं आई, तो उन्होंने अचानक से सड़क मार्ग से जाने का निर्णय कर लिया. ऐसे में वहां आनन-फानन में सुरक्षा को लगाया गया. वैसे भी, बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी पहले से ही रैली के लिए तैनात थे.’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘कुछ सौ किसान प्रदर्शन कर रहे थे तो क्या उन्हें गोली मार देनी चाहिए थी?’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई. प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने में 15 मिनट का समय लग गया. ऐसे में प्रधानमंत्री को बहाना मिल गया… रैली में भीड़ नहीं आई तो सुरक्षा में चूक का बहाना बनाकर रैली को रद्द कर दिया गया.’’ उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग से जाने का फैसला अचानक किया तो इसका दोष पंजाब सरकार पर नहीं डाला जा सकता.
उन्होंने कहा, ‘‘आप रैली करिये, लेकिन जब भीड़ नहीं आए तो बहाना बनाकर आरोप मत लगाइए. उत्तर प्रदेश में हार तय देखकर फायदा उठाने का प्रयास मत करिये.’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अपने दो प्रधानमंत्री खोए हैं. हमें प्रधानमंत्री की सुरक्षा का पूरा ध्यान है. हम प्रधानमंत्री जी से कहते हैं कि आप रैली करिये. हमारी राज्य सरकारें पूरा सहयोग देंगी. लेकिन आधारहीन आरोप नहीं लगाया जाए.’’
उन्होंने कहा ‘‘प्रधानमंत्री की रैली में 10,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे, एसपीजी एवं दूसरी एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए गए थे, हरियाणा/राजस्थान से आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं की सभी बसों के लिए भी रूट बनाया गया था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसान मजदूर संघर्ष समिति प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर विरोध कर रही थी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र ंिसह शेखावत ने उनके साथ दो दौर की बातचीत भी की थी.’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘क्या आप (नड्डा) जानते हैं कि किसान प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? उनकी मांग है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए, किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिये जाएं, आंदोलन में जान गंवाने वाले 700 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर जल्द फैसला हो.’’