तीर धनुष बैगा आदिवासियों की संस्कृति की पहचान है उनके सम्मान का प्रतीक है – धर्मजीत सिंह  

छत्तीसगढ़
संवाददाता –  तुषार अग्रवाल
 लोरमी – वनविभाग द्वारा आयोजित वनग्राम सुरही में तीरंदाज खेल एवम तीर धनुष एवं गुलेल समर्पण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक धर्मजीत सिंह ने शिरकत की । विधायक धर्मजीत सिंह ने अपने उदबोधन में कहा कि तीर धनुष बैगा आदिवासियों की संस्कृति की पहचान है उनके सम्मान का प्रतीक है । ये वन्य प्राणियों की रक्षा करते हैं ।
ये जंगल की हिफाजत का संकल्प लिए हैं । जंगल इन्हीं के बदौलत टिकी हुई है । शासन की योजना के तहत तीर धनुष गुलेल का समर्पण कराया जा रहा है ।कार्यक्रम में आदिवासी भाइयो द्वारा तीर धनुष कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया एवं अपने तीर धनुष एवं गुलेल को वनविभाग को समर्पित किया गया । वन विभाग द्वारा तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे 47 प्रतिभागियों ने भाग लिया ।
तीर धनुष के प्रतिभागियों को प्रथम पुरस्कार करम बैगा निवासखार 5000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार श्याम बैगा निवास खार 4000 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार पंचू बैगा राजक 3000 रुपये प्रदान कर पुरस्कृत किया गया । साथ ही तीर धनुष समर्पण करने वाले आदिवासी भाइयो को 2000 प्रति व्यक्ति 47 लोगो को प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
इस अवसर पर अचानकमार टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एवं मुख्य वन संरक्षक एस . जगदीशन, उपसंचालक सत्यदेव शर्मा , एस डी ओ प्रहलाद यादव, वन परिक्षेत्र अधिकारी मोहन सिंह, मरकाम, अविनाश एमुअल, बी एस पन्द्राम, अजय सिंह, अमर सिंह सिदार, जंगल मितान के सदस्य  वाजपेयी, जनता कांग्रेस छ. ग. के प्रदेश महासचिव राकेश छाबड़ा, पार्षद प्रतिनिधि सीमांत दास, विकास केशरवानी, यतीन्द्र खत्री, हितेश सापरिया, अंशुमन दुबे, दीपक कश्यप, मनोज जायसवाल, जनपद सदस्य अशोक सिन्द्राम , सरोज मरावी, छपरवा सरपंच रामावतार जायसवाल,मनोज यादव, अतहर अली, वनविभाग के रेंजर डिप्टी रेंजर पैदल गार्ड, शिवतराई से तीरंदाजी का प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक , एवं बड़ी संख्या में वनग्राम के आदिवासी भाई एवं बहन उपस्थित रहे।



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